भूमि चयन वास्तु सेवा
भूमि चयन वास्तु सेवा
सामान्य परिचय– भूमि चयन वास्तु का मुख्य स्तम्भ है।भूमि चयन के उपरांत ही भवन इत्यादि का निर्माण किया जाता है।वास्तु शास्त्र के अनुसार ही भूमि चयन की प्रक्रिया की जाती है।भूमि चयन के अंतर्गत भूमि के गुण,दोष,शल्य क्रिया व भूमि की शुभता व अशुभता सम्बंधित विषयों की जानकारी दी जाती है।भूमि चयन द्वारा भूमि के आकर-प्रकार,वर्ण,रस,ढलान,व मुख्य बिंदुओ पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि भविष्य में भूमि सम्बंधित दोष उत्पन्न ना हो।हमारे विद्वान आचार्यों द्वारा भूमि चयन सम्बंधित जानकारी व्यक्ति को फ़ोन पर या वास्तु निरीक्षण के द्वारा उपलब्ध करायी जाती है।हमारे आचार्यों द्वारा भूमि चयन सम्बंधित परामर्श व उपाय भी व्यक्ति को दिए जाते है
क्या है भूमि चयन सम्बंधित जानकारी
भूमि चयन सम्बंधित जानकारी व्यक्ति को वास्तु शास्त्र के आधार पर दी जाती है।भूमि चयन सम्बंधित जानकारी का विश्लेषण वास्तु शास्त्र के द्वारा किया जाता है,भूमि का सूक्ष्म रूप से विश्लेषण कर हमारे विद्वान आचार्यों द्वारा भूमि चयन सम्बंधित शुभ-अशुभ जानकारी व्यक्ति को बतायी जाती है,ताकि भविष्य में अशुभ घटनाओं से बचाव किया जा सके व शुभता व लाभ को प्राप्त किया जा सके।
भूमि चयन सम्बंधित जानकारी के लाभ
-भूमि चयन सम्बंधित जानकारी से भूमि की शुभता व अशुभता का पता चलता है।
-भूमि चयन सम्बंधित जानकारी से भूमि में स्थित दोषों को दूर किया जता है।
-भूमि चयन सम्बंधित जानकारी के साथ उचित उपचार हेतु परामर्श विद्वान आचार्यों द्वारा दिया जाता हैं।
-हमारे द्वारा दी गयी भूमि चयन सम्बंधित जानकारी ई-मेल के माध्यम से भी उपलब्ध करायी जाती है।