भवन निर्माण वास्तु सेवा
भवन निर्माण वास्तु सेवा
सामान्य परिचय– व्यक्ति के निवास हेतु भवन का निर्माण किया जाता है।भवन निर्माण की प्रक्रिया भूमि चयन के उपरांत की जाती हैं।वास्तु शास्त्र द्वारा भवन निर्माण के सिद्धांतो का उपयोग कर वास्तु दोष रहित भवन का निर्माण किया जाता है।भवन निर्माण में मुख्यतः वास्तु शास्त्र के अनुसार ही भवन के आकर-प्रकार,उच्चाई आदि पर विशेष ध्यान दिया जाता है,साथ ही भवन में कक्ष विन्यास,जलस्य,उद्यान आदि को वास्तु अनुरूप ही बनाया जाता है।ताकि भविष्य में वास्तु दोष उत्पन्न ना हो।
हमारे विद्वान आचार्यों द्वारा भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी व्यक्ति को फ़ोन पर या वास्तु निरीक्षण के द्वारा उपलब्ध करायी जाती है।हमारे आचार्यों द्वारा भवन निर्माण सम्बंधित परामर्श व उपाय भी व्यक्ति को दिए जाते है।
क्या है भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी
भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी व्यक्ति को वास्तु शास्त्र के आधार पर दी जाती है।भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी का विश्लेषण वास्तु शास्त्र के द्वारा किया जाता है,भूमि का सूक्ष्म रूप से विश्लेषण कर हमारे विद्वान आचार्यों द्वारा भवन निर्माण प्रक्रिया सम्बंधित जानकारी व्यक्ति को बतायी जाती है,ताकि भविष्य में अशुभ घटनाओं से बचाव किया जा सके व शुभता व लाभ की प्राप्ति हेतु वास्तु सम्मत भवन का निर्माण किया जा सके।
भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी के लाभ
-भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी से वास्तु सम्मत भवन की प्राप्ति होती है।
-भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी से भवन की शुभता बड़ती है,जिस से भवन में जो भी निवास करता है उन्हें शारीरिक,मानसिक,आर्थिक,भौतिक,अध्यात्मिक सुखों की प्राप्ति हो,व जीवन शांतिमय हो।
-भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी के साथ उचित उपचार हेतु परामर्श विद्वान आचार्यों द्वारा दिया जाता हैं।
-हमारे द्वारा दी गयी भवन निर्माण सम्बंधित जानकारी ई-मेल के माध्यम से भी उपलब्ध करायी जाती है।