भगवान पूजन 14 पूजाएं
सामान्य परिचय– भगवान पूजन विशेष व प्रधान देव पूजन के अंतर्गत आता है।इस पूजन में व्यक्ति अपनी इच्छा पूर्ण करने हेतु व कामनाओं की सिद्धि हेतु पूजन करता है।व्यक्ति अपने उद्देश्य व कामना हेतु प्रधान देव जैसे विघ्नो के हरण हेतु गणेश जी का पूजन करता है,विद्या प्राप्ति हेतु माँ सरस्वती व धन की प्राप्ति हेतु माँ लक्ष्मी का पूजन करता है,व्यक्ति अपने उद्देश्य व कमाओ के अनुरूप प्रधान देव का चयन करता है व पूजन-पाठ,मंत्र-जाप,हवन-दान प्रधान देव की प्रसन्नता हेतु करता है।यह समग्र पूजन प्रधान देव को समर्पित होता है व आशीर्वाद व कामना पूर्ति हेतु विशेष प्रकार से आयोजित किया जाता है।
कैसे करे भगवान का पूजन– भगवान पूजन या प्रधान देव पूजन एक विशेष पूजन है।इस पूजन मे व्यक्ति इच्छा पूर्ति हेतु प्रधान देव का चयन करता है। व्यक्ति के जीवन मे स्थित समस्त दोषों को दूर करने हेतु प्रधान देव पूजन किया जाता है।यह पूजन वैदिक रितियो द्वारा सम्पन्न किया जाता है।इस पूजन से व्यक्ति के उद्देश्य व कामना को पूर्ण करने हेतु मंत्रोचर द्वारा प्रधान देव से प्रार्थना की जाती है,जिसके परिणाम से व्यक्ति के जीवन मे उत्पन्न समस्त बाँधा समाप्त होती है और शीघ्र ही व्यक्ति की कामना पूर्ण होती है।प्रधान देव पूजन के परिणाम दीर्घकाल तक रहते है।
भगवान पूजन के लाभ– भगवान पूजन से व्यक्ति के जीवन मे उत्पन्न समस्त बाँधा,परेशानी,कष्टों से मुक्ति मिलती है।भगवान पूजन विशेष कामनाओं को पूर्ण करता है,इसके परिणाम शीघ्र मिलते है।अशुभ ग्रह व अन्य दोषों के प्रभावों को भी शांत किया जाता है।यह पूजन भक्ति व मुक्ति प्रदान करने वाला होता है।

शिव पूजन

श्री कृष्ण पूजन

माँ दुर्गा पूजा

माँ लक्ष्मी पूजन

विष्णु पूजन

भैरव पूजा

हनुमान पूजन

ब्रह्मा पूजन

गृह प्रवेश पूजन

श्री राम पूजन

गोरी पूजन

गणेश पूजन

माँ सरस्वती पूजन
